Dua e Mustajab:- इस बुजुर्ग-दुआ ( Dua e Mustajab ) के असवाद यह है। जो कोई हर रोज़ इस दुआ ( Dua e Mustajab ) को पढे, और अगर रोज़ न पढ सके ! तो सप्ताह में एक बार पढे !
अगर सप्ताह में भी न पढ़ सके ! तो महीने में एक बार पढे ! अगर महीने में भी न पढ सकें, तो उम्र भर में एक दफा पढें ! और अगर खुद न पढ सके तों किसी से पढकर का सुन ले , अगर सुन भी न स के, तो इस शरीफ़ दुआ ( Dua e Mustajab ) को अपने पास निगाह के सामने रखे तो अल्लाह तआला उस बन्दे के वास्ते दोज़ख के दरवाजे. बन्द कर देगा !
और उसके वास्ते जन्नत के दरवाजे खोल देगा ! जो बन्दा इस दुआ ( Dua e Mustajab ) को पढकर अल्लाह तआला से अपनी हाजत माँगेगा, अल्लाह उसको देगा ! और सात चीजों से महफ़ूज़ ( सुरक्षित) रखेगा ।
- (1) फ़ की री से
- (2) दुनिया की तकलीफ से
- (3) जान निकलने के समय की सख्ती से
- (4 ) कब्र के अजाब से
- (5) मुनकीर नकीर के प्रश्नों से
- (6 ) कि या मत की सख्ती से
- (7) जहन्नम के अजाब से
Dua e Mustajab Ki Fazilat Hindi Mein
अल्लाह पाक जन्नत में उसके लिये अपना दीदार नसीब करेगा ! और बन्दे को अल्लाह तअला मक्कारो के मकर और चुगुल खोरों की चुगली से, नेजों के घाव और जालिमो के जुल्म से, बुरे लोगों की जबान और शेतान की शरारत से , साँप बिच्छू की आफत और बिजली की ताक़त (शक्ति) से महफ़ूज़ ( सुरक्षित) ररवेगा !
दुनिया व आखिरत की सत्तर हजार बलाओं से बचायेगा ! उसके सब छोटे-बड़े गुनाह माफ़ कर देगा ! अगरचे उसके गुनाह दरख्तों के पत्तो, बारिश की बुंदों, परीन्दों ओर जानवरों से भी ज्यादा हों ! अल्लाह तआला माफ कर देगा !उसके आमाल नामे में हजार नेकियाँ लिख दी जायेगी ! उस के बदन से सत्तर हजार (70,000 ) बलायें दूर हो जायेगी !
जो कोई इस दुआ ( Dua e Mustajab ) को पढेगा ! या अपने पास रखेगा ! तो वह सर के दर्द, आधे सर के दर्द, आँख के दर्द, कान के दर्द, दातों के दर्द, सीना के दर्द, घुटनों के दर्द, हड्डियों के दर्द, दर्द जेह ( प्रसव कर दर्द ) और इन के अलावा हर प्रकार के दर्द और तक़लीफ से बचा रहेगा ! और जो बीमारी मोजूद है ! जैसे नासूर, मसाने की पथरी, कद्दू दाना, खून का बन्द होना, खून ज्यादा निकलना, देव-परी आसेब, जिन्न, शेतान वगेरह से महफ़ूज़ ( सुरक्षित) रहेगा।
दुआ ए मुस्तजाब
जिसके पास यह दुआ ( Dua e Mustajab ) हो और वह बादशाह की मज्लिस या कचहरी में जायेगा तो बडी ईज्जत पायेगा ! घर में आयेगा तो सब लोगों में महबूब होगा ! और सब उस को दोस्त रखेगे !
जब उस को दफन करेंगे तो कब्र के अजाब से बचा रहेगा ! उसकी कब्र कुशादा कर दी जायेगी ! इस दुआ ( Dua e Mustajab ) की बर्कत से सब बलाओ और आफ़तों से महफ़ूज़ ( सुरक्षित) रहेगा !
उस की दीनी और दुनियावी मुश्किलात आसान होंगी ! इस पर किसी को शक न करना चाहिये ! इसलिये कि कुफ़्र का डर है अल्लाह शक से बचाये ! आमीन
खुलासा यह कि इस पाक (पवित्र) दुआ ( Dua e Mustajab ) की बहुत सारी खूबियाँ है, ऊपर केवल चन्द खूबियों को बयान किया गया है । दुआ यह हैं:
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Dua-e-Mustajab in Hindi
बिस्मिल्लाह हिर्रहमा निर्रहीम् |
सुब्हा-न-क अन्तल्लाहु ला इला-ह इला अन्-त रब्बुल् अऱशिल् अजीमि |
सुब्हा-न-क अन्तल्लाहु ला इलाह इला अन्तर्रहमानुर्रहीमु |
सुब्हा-न-क अन्तल्लाहु ला इलाह इला अन्तल् मलिकुल् कुद्दुसु |
सुब्हा-न-क अन्तल्लाहु ला इलाह इला अन्तल् अजीजुल्जब्बारू |
सुब्हा-न-क अन्तल्लाहु ला इलाह इला अन्-तल् मुसव्विरूल् हकीमु |
सुब्हा-न-क अन्तल्लाहु ला इलाह इला अन्-तस्समी अुल् बसीरू |
सुब्हा-न-क अन्तल्लाहु ला इलाह इला अन्-तल् बसीरुस्सादिकु |
सुब्हा-न-क अन्तल्लाहु ला इलाह इला अन्-तल् हय्युल् क़य्यूमु |
सुब्हा-न-क अन्तल्लाहु ला इलाह इला अन्-तल् जब्बारुल् मुतकब्बिरु |
सुब्हा-न-क अन्तल्लाहु ला इलाह इला अन्-तल् मुब्दिउल् मुईद |
सुब्हा-न-क अन्तल्लाहु ला इलाह इला अन्-तल्लतीफुल् ख़बीरू |
सुब्हा-न-क अन्तल्लाहु ला इलाह इला अन्तस्स-मदुल् माबूदू |
सुब्हा-न-क अन्तल्लाहु ला इलाह इला अन-तल वाजिदुल् माजिदु |

Dua-e-Mustajab In English
Bismillah Hirrahmaan Nirraheem |
Subhaanaka Antallahu Laailaha Illah Anta Rabbul Arshil Azeem |
Subhaanaka Antallahu Laailaha Illah Antar Rahmaanur Raheem |
Subhaanaka Antallahu Laailaha Illah Antal Maalikul Quddus |
Subhaanaka Antallahu Laailaha Illah Antal Azeezul Jabbaar |
Subhaanaka Antallahu Laailaha Illah Antal Musawwirul Hakeem |
Subhaanaka Antallahu Laailaha Illah Antal Samiul Baseer |
Subhaanaka Antallahu Laailaha Illah Antal Baseerus Saadiq |
Subhaanaka Antallahu Laailaha Illah Antal Hayyul Qayyum |
Subhaanaka Antallahu Laailaha Illah Antal Jabbarul Mutakabbir |
Subhaanaka Antallahu Laailaha Illah Antal Mubdiyul Mueed |
Subhaanaka Antallahu Laailaha Illah Antal Lateeful Khabeer |
Subhaanaka Antallahu Laailaha Illah Antas Samadul Maeed |
Subhaanaka Antallahu Laailaha Illah Antal Waajidul Maajid |