Shab e Meraj Roza ki Dua :- अस्सलामों अलैकुम भाइयो और बहनो आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले है की शबे मेराज का रोज़ा रखने के लिए जब आप सेहरी करते हो तो शबे मेराज का रोज़ा रखने के लिए दुआ कौन सी पढ़नी है ! क्यूंकि आमतौर पर हम रमज़ान में ज्यादा रोज़े रखे जाते है ! तो रमजान के रोज़ा की दुआ ही याद होती है ! मगर जब हम दूसरे महीनो में रोज़े रखते है तो हमें रोज़ा रखने की दुआ याद नहीं होती !
तो मेरे प्यारे भाइयो और बहनो हम जिस भी महीने में रोज़ा रखते है बस रोज़ा की दुआ या रोज़ा रखने की जो निय्यत होती है उसमे उसी महीने का नाम लेना है ! क्यूंकि रोज़ा रखने के लिए नियत का होना जरुरी है और हमारी नियतो से बेशक हमारा रब अच्छी तरह वाक़िफ़ है
तो शबे मेराज में भी आप रोज़ा रखते है तो उसकी नियत इस तरह होगी !
Shab e Meraj Roza ki Dua
शबे मेराज का रोज़ा रखने की दुआ |
बिस्मिल्लाह हिर्रेहमान निर्रहीम |
“नियत की मैंने आज के रोज़ा की, बिस्सौमी ग़दिन नवयतु मिन शहरे रजब।” |
ये भी पढ़िए :-
रोज़ा खोलने की दुआ |
शबे मेराज की दुआ |
खाना खाने की दुआ |
पानी पीने की दुआ |
दूध पीने की दुआ |
दुआ इ मुस्तज़ाब |
दुआए नूर |