Istikhara ki Dua:-मेरे प्यारे-प्यारे भाईओ बहनो जब भी कोई फैसले को लेकर दिल ,में कन्फूज़न हो ! चाहे शादी को लेकर कारोबार को लेकर या कोई भी काम जिसका फैसला हम नहीं ले पा रहे है ! तो हमें इस्तिखारा (Istikhara) कर ही लेना चाहिए !कुर्बान जाईये हमारे प्यारे आका हमारे प्यारे नबीये करीम सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम पर की उन्होंने हमें ऐसा तरीका बताया की हम अल्लाह अज़्ज़वजल से भी मश्वरा कर सकते है !
कोशिश करे की इस्तिखारा की दुआ ( Istikhara Ki Dua ) याद करने की ! और नहीं तो आप देखकर भी पढ़ सकते हो ! कोई भी दुआ या क़ुरआनी आयत अगर आपको अरबी पढ़ना आती है ! तो अरबी जुबान में ही पढ़े ! हिंदी सिर्फ समझने के हिसाब से बतायी गयी है !
अगर आपको अरबी पढ़ना नहीं आती है ! तब आप हिंदी में भी पढ़ सकते है !
हमारी बहनो के लिए सहूलत है की अगर वो नमाज़ पढ़ने की कंडीशन में नहीं है ! तो सिर्फ दुआ ( Istikhara Ki Dua) भी पढ़ सकती है !
Note – इस्तिखारा की दुआ (Istikhara Ki Dua) पढ़ने से पहले और पढ़ने के बाद में 3×3 मर्तबा दरूद शरीफ जरूर पढ़े !
Befor & After – Darood Sharif – 3×3
Istikhara ki Dua in Hindi
इस्तिखारा की दुआ |
बिस्मिल्लाह हिर्रह्मान निर्रहीम |
अल्लाहुम्मा इन्नी अस्-तख़ीरु-क बिअिल्मी-क व-अस्-तक़दिरू-क बि-क़ुद-रति-क , व-अस्-अलु -क मिन् फ़जि़्ल-कल् अज़ीमि फ़इन्न-क तक़दिरु-वला अक्दिरु व-तअ्-लमु वला अअ्-लमु व-अंत अ़ल्लामुल ग़ुयूबि अल्लाहुम्म इन् कुन्त तअ्-लमु अन्न हा-ज़ल् अम्-र ख़ैरून् ली फ़ी दीनी व मा-अशी – वआ़क़ि-बति अम्री फ़-कद्दिरहु ली व-यस्सिरहु सुम्म बारिक ली फ़ीहि , वइन् कुन्-त तअ्-लमु अन्नहू शर्रून् फ़ी दीनी व मा-अशी-व- आ़क़ि-बति अम्री फ़स्रिफ़हु अ़न्नी व-स्र्रिफ़नी अ़न्हु व-कद्दिर लि-यल खै-र हैसु का-न सुम्म रजि़्ज़नी बिही |
Note- 1.-जब आप हाज़ल अम्र पर पहुंचे तो उस काम का जिक्र करे जिस काम के लिए इस्तिखारा कर रहे है फिर आगे की दुआ पढ़े
Note-2.-इस्तिखारा की दुआ में व मा-अशी की जगह व दुन्या भी पढ़ सकते है
तर्जुमा- इस्तिखारा की दुआ
अल्लाह के नाम से शुरू जो बहुत मेहरबान रहमवाला है
हेे अल्लाह, मैं आपके बेइंतिहा, इल्म के जरिए बेहतरी माँगता हूं ! और मैं आपसे आपकी कुदरत के जरिए से ताकत माँगता हूं ! और मैं आपका असीम फज़्लो करम माँगता हूं। क्योंकि आप पूरी तरह काबील हैं, जबकि मैं नहीं।
आप सबकुछ जानते हैं, और मैं नहीं, और आप सब कुछ जानते हैं जो अनदेखी है। हे अल्लाह, अगर आप जानते हैं कि यह फेसला ( फैसले का इजहार करें), मेरे मजहब, मेरी दूनिया और
आखिरत के नतीजे के लिए अच्छा है, तो इसे पूरा करें, इसे मेरे लिए आसान करें और मेरा इसके जरिए भला करें। लेकिन अगर आप जानते हैं कि मेरे मजहब, मेरी दूनिया और आखिरत के नतीजे पर इसका बुरा असर है, तो इस फैसले को मूझसे फिरा दीजिये और मुझे इससे दूर कर दीजिये, और इसके बजाय, मूझे कूछ बेहतर दीजिये, वो चाहे जो भी हो, उसके जरिए मूझे इत्मीनान दीजिये
Istikhara Ki Dua In Arabi |
Bismillah Hirrehman Nirrahim |
اللَّهُمَّ إِنِّي أَسْتَخِيرُكَ بِعِلْمِكَ وَأَسْتَقْدِرُكَ بِقُدْرَتِكَ، وَأَسْأَلُكَ مِنْ فَضْلِكَ الْعَظِيمِ، فَإِنَّكَ تَقْدِرُ وَلاَ أَقْدِرُ وَتَعْلَمُ وَلاَ أَعْلَمُ وَأَنْتَ عَلاَّمُ الْغُيُوبِ، |
اللَّهُمَّ إِنْ كُنْتَ تَعْلَمُ أَنَّ هَذَا الأَمْرَ خَيْرٌ لِي فِي دِينِي وَمَعَاشِي وَعَاقِبَةِ أَمْرِي فَاقْدُرْهُ لِي وَيَسِّرْهُ لِي ثُمَّ بَارِكْ لِي فِيهِ، وَإِنْ كُنْتَ تَعْلَمُ أَنَّ هَذَا الأَمْرَ شَرٌّ لِي فِي دِينِي وَمَعَاشِي وَعَاقِبَةِ أَمْرِي فَاصْرِفْهُ عَنِّي وَاصْرِفْنِي عَنْهُ، وَاقْدُرْ لِي الْخَيْرَ حَيْثُ كَانَ ثُمَّ أَرْضِنِي بِهِ |
Dua e Istikhara in English
Istikhara Ki Dua In English |
Bismilla Hirrarhmaan Nirrahim |
Allahumma Inni Astakhiruka Bi-ilmika, Wa Astaqdiruka bi-qudratika, Wa As’aluka Min Fazlika Al-`azim Fa-innaka Taqdiru Wala Aqdiru, Wa ta-lamu Wala a’lamu, Wa anta ‘allamu-l-ghuyub. Allahumma, In kunta Ta-lam Anna Haza-L Amra Khairun Li Fi Dini Wa-Ma’ashi Wa-aqibati `Amri Faqdirhu Lee Wa Yassirhu Summa Baarik Li Fihi, Wa in kunta Ta-lamu Anna Hu shar-run Fi Dini Wa-Ma’ashi Wa-aqibati Amri Fasrifhu Anni Was-rifni Anhu. Waqdir Li Al-khaira Haisu kaa -na Summa Arrizzni Bihi. |
Note-1 Jab Aap Haza-L Amra Par Panhunche To Us Kaam Ka Jikr Kare Jis Kaam Ke Liye Isikhara Kiya Gayaa Hai
Note-2 Istikhara Ki Dua Mein Wa-Ma’ashi Ki Jagah Wa Dunya Bhi Padh Sakte Hai